लोकसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर और भाजपा के खूंटी से सांसद करिया मुंडा के झारखंड स्थित आवास से बुधवार को अगवा किए गए चारों सुरक्षाकर्मियों को शुक्रवार को छुड़ा लिया गया. पुलिस के अनुसार, सुबह चार बजे जानकारी मिली कि अगवा किए गए सुरक्षाकर्मियों को खूंटी में पुटिगढ़ गांव में रखा गया है.
पत्थलगढ़ी आंदोलन के समर्थक ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बनाकर रखा था. जब सुरक्षाबल शुक्रवार को गांव में घुसे तो अपहरणकर्ता फरार हो गए और इस तरह यह बचाव अभियान सफल रहा.
इन चारों सुरक्षाकर्मियों को बड़ी तादाद में ग्रामीणों ने 27 जून को अगवा कर लिया था. इसके बाद तुरंत खोज अभियान शुरू किया गया. पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 2,000 से अधिक जवानों को इस अभियान में लगाया गया.
पत्थलगढ़ी आदिवासियों की एक पुरानी परंपरा है जिसमें वह गांवों की सीमाओं पर अपने पूर्वजों के नाम पर खंबे बनाते हैं. सितंबर 2017 को खूंटी के जनजातियों ने सरकार के समानांतर व्यवस्था शुरू कर पत्थलगढ़ी आंदोलन शुरू किया था.
Jharkhand: 3 policemen who were posted at the residence of BJP MP Karia Munda and were abducted earlier this week, allegedly by supporters of ‘Pathalgarhi’ in Khunti, have been rescued. ‘Pathalgadi’ is reportedly a movement to declare certain geographical areas as self-governed.
— ANI (@ANI) June 29, 2018
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