देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र में इस बार देहरादून में आयोजित किया गया। इस बार का सत्र हंगामेदार रहा। विपक्ष ने सरकार को विशेषाधिकार समेत खनन के मामले को लेकर जमकर घेरा और सदन में हंगामा करते हुए वॉक आउट किया। आज सत्र की कार्यवाई कई बार स्थगित हुई और साथ ही सीएम के पीआरओ के एसपी को लिखे गए लेटर को लेकर  सरकार को जमकर घेरा।

विपक्ष ने सरकार को सदन के बाहर से लेकर अंदर तक घेरा। आज हरीश रावत समेत कांग्रेस के विधायकों और कार्यकर्ताओं ने विधानसभा गेट के बाहर धरना दिया और सरकार को खनन प्रेमी बताया। सत्र के दौरान हरक सिंह रावत को विपक्ष के विधायकों ने जमकर घेरा। विपक्ष के विधायकों ने हरक सिंह रावत पर बेरोजगारी को लेकर गलत आंकडे़ में पेश करने का आरोप लगाया। सदर में आयुष्मान कार्ड और कानून व्यवस्था का मुद्दा भी उठा।

पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य पर किए गए जानलेवा हमले का मुद्दा भी सदन में उठा और विपक्ष ने उत्तराखंड में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए। सदन में 1353.79 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया। देवप्रयाग में बन रहे देश के 13वें केंद्रीय संस्कृत विद्यालय का नाम सीडीएस बिपिन रावत के नाम पर रखने का फैसला किया गया। सरकार ने यह फैसला देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी की मांग पर लिया।

सत्र के पहले दिन सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और कुछ देर बाद सदन की कार्रवाई स्थगित की गई। दूसरे दिन और तीसरे दिन सदन की कार्रवाई हंगामेदार रही। विशेषाधिकार समेत बेरोजगारी को लेकर गलत आंकड़े पेश करने को लेकर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। इसी के साथ सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की गई।

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