देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि देश की राजनीति में बड़े नेता माने जाते हैं। हरदा चाहे जहां भी रहे हों, उत्तराखंडियत कभी नहीं भूले। उत्तराखंड के गाड़-गदेरों की बात हो या फिर झंगोरे और मंडुवे की बात। भट्ट का चुड़काणी हो या फिर काफल की ब्रांडिंग करना। हरदा हमेशा से अपनी जड़ों जुड़े रहते हैं।
गेठी उनकी पसंदीदा खाने की चीजों में से एक है। यही उनकी उत्तराखंडियत के भी हिस्से हैं। इन्हीं हिस्सों और किस्सों को लेकर वो समय-समय पर लिखते रहे। सोशल मीडिया ओर दूसरे माध्यमों पर उन्होंने जो भी लेख उत्तराखंडियत को लेकर लिखे, उन लेखों का संकलन अब एक किताब के रूप में सामने आ गया है।
पूर्व सीएम हरदा ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट लिखी है। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है, जिसमें उन्होंने पिछले 4 वर्षों के दौरान उनके लिखे गए लेखों की पुस्तक ‘मेरा जीवन लक्ष्य उत्तराखंडियत’ का प्रकाशन पाखी पब्लिशिंग हाउस ने किया है। हरदा ने लिखा है कि अपने लंबे राजनीतिक जीवन में मैं बहुत कुछ कर पाया, जिससे मुझे कुछ संतोष की अनुभूति होती है।
बहुत कुछ करने की चाह रखते हुए भी ना कर पाने का मलाल मुझे खासा कचोटता भी है। मैं अपने इष्ट से हमेशा प्रार्थना करता हूं, हे इष्ट! मुझ में इतनी शक्ति बनाए-बचाए रखना कि जो न कर पाया यदि, दोबारा मौका मिला तो कर पाऊं। हरदा ने पाखी पब्लिशिंग हाउस को पुस्तक प्रकाशन के लिए शुभकामनाएं भी दी हैं। यह पुस्तक अमेजन और फ्लिपकार्ट में उपलब्ध है। व्हाट्सएप नंबर 9310410709 पर संदेश भेज कर प्राप्त किया जा सकता है।
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