अमेरिका में बम चक्रवात की वजह से देश के कई हिस्से भीषण ठंड की चपेट में आ गए हैं। जिसके चलते कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई है। ऐसी आशंका है कि तूफान अभी और लोगों की जान लेगा। तूफान की वजह से अभी तक काफी नुकसान हो चुका है। तापमान तेजी से गिर रहा है। साथ ही तेज गति से ठंडी हवाएं चल रही हैं। हालात अभी और बिगड़ने की आशंका जताई गई है। ठंड की चपेट में आए स्थानों की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिनमें हर तरफ बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई दिख रही है।
पश्चिमी न्यूयॉर्क में लोगों को भारी हिमपात का सामना करना पड़ रहा है और इस स्थिति के चलते उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं और सड़कें भी ब्लॉक हो रही हैं। बर्फीले तूफान के कारण हजारों घरों और व्यवसायों की बिजली गुल है। देश की लगभग 60 प्रतिशत आबादी को ठंड के मौसम संबंधी किसी न किसी परामर्श या चेतावनी का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय मौसम सेवा ने रविवार को कहा कि अमेरिका के पूर्वी क्षेत्र का आधा हिस्सा ठंडी हवाओं की चपेट में है। तूफान संबंधी हवाएं और हिमपात ने बफेलो के लिए भी स्थिति मुश्किल कर दी है।
43 इंच तक जम रही बर्फ
न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचुल ने कहा कि शनिवार को शहर में वाहन फंसे नजर आए। उन्होंने लोगों से क्षेत्र में वाहनों के आवागमन पर लगाए गए प्रतिबंध का सम्मान करने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा कि हवाई अड्डा मंगलवार सुबह तक बंद रहेगा। राष्ट्रीय मौसम सेवा ने कहा कि बफेलो नियाग्रा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रविवार सुबह सात बजे कुल 43 इंच (1.1 मीटर) बर्फ जमी थी।
Shouldn’t laugh but……….#ice #blizzard #WinterStorm #BombCyclone #Elliott #wind #snow #Ice #WeatherBomb
video:@kayokayla pic.twitter.com/jJyswxJDkd
— Volcaholic (@CarolynnePries1) December 24, 2022
पुलिस ने रविवार शाम कहा कि तूफान के दौरान लूटपाट की दो अलग-अलग घटनाएं हुई हैं। हालात ऐसे हैं कि कुछ लोग अपनी कारों में मृत मिले और कुछ लोग सड़कों पर मृत अवस्था में मिले। अधिकारियों ने कहा कि ऐसे भी लोग हैं, जो दो दिन से अधिक समय से अपनी कारों में फंसे हुए हैं।
Bomb Cyclone
Light house, Michigan City,
pic.twitter.com/0BUQWIgMFR
— Earth & beyond (@umadevipavuluri) December 26, 2022
The post सदी के सबसे बड़े बर्फीले तूफान में फंसा अमेरिका, 43 इंच मोटी बर्फ की चादर के नीचे जमी जिंदगी first appeared on Khabar Uttarakhand News.
0 comments:
Post a Comment