sushil kumarबीते दिन शुक्रवार 30 दिसंबर को टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का एक्सीडेंट हो गया था। शुक्रवार तड़के रुड़की के नारसन बॉर्डर हुए हादसे में पंत की कार जलकर खाक हो गई।

हालांकि इस हादसे में जान बच गई। हादसे के तुरंत बाद क्रिकेटर कार का शीशा तोड़कर बाहर निकल आए जिसके कुछ समय बाद ही कार आग का गोला बन गई। इस हादसे के दौरान वहां से गुजर रहे हरियाणा रोडवेज बस के ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर ने पंत की सहायता की और कंबल में लपेट कर अस्पताल पहुंचाया।

इस हादसे में जिस तरह से बस ड्राइवर सुशील कुमार पंत के लिए मसीहा बने उसके बाद से ही उनकी चर्चा होने लगी है। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर #SushilKumar ट्रेंड हो रहा है। जलती कार से पंत को बाहर निकलने और फिर अस्पताल पहुंचाने में मदद करने के लिए हरियाणा राज्य परिवहन निगम ने उन्हें सम्मानित भी किया है।

हरियाणा राज्य परिवहन निगम के पानीपत डिपो के महाप्रबंधक कुलदीप जांगड़ा ने बताया कि पानीपत लौटने पर हमने बस ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत को सम्मानित किया और एक प्रशंसा पत्र के साथ स्मृति चिह्न दिया।

आपको बता दें, क्रिकेटर ऋषभ पंत अपनी मां को सरप्राइज देने जा रहे थे। पंत दिल्ली-देहरादून हाईवे पर थे तभी झपकी आने की वजह से उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई। इस हादसे में पंत की मर्सिडीज कार पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। हादसे के दौरान पंत काफी तेजी से कार चला रहे थे ऐसे में उन्हें काफी चोटें भी आई है।

पंत के सिर, पैर और पीठ पर चोट लगी है। देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है।

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