जोशीमठ में जमीन धंसने का सिलसिला लगातार जारी है। भूधंसाव के चलते जोशीमठ में मां भगवती का एक प्राचीन मंदिर भरभरा कर गिर गया। इस हादसे में हालांकि किसी भी तरह के जानमाल की हानि की सूचना नहीं है।

बताया जा रहा है कि ये एक परिवार का मंदिर था। पिछली छह पीढ़ियों से अधिक समय से पूजा अर्चना करते आ रहे थे।

वहीं जोशीमठ में भूधंसाव का जाएजा लेने के लिए सीएम धामी पहुंच रहें हैं। अधिकरियों के साथ सीएम जोशीमठ का दौरा करेंगे और पुनर्वास की योजना को भी परखेंगे।

इसके साथ ही जोशीमठ को कैसे सुरक्षित किया जाए इसे लेकर भी वैज्ञानिकों के साथ चर्चा कर सकते हैं।

उधर जोशीमठ में कुल 561 भवनों में दरार आई है। जोशीमठ की जांच के आधार पर गांधी नगर में 127, मारवाड़ी में 28, लोअर बाजार नृसिंह मंदिर में 24, सिंहधार में 52, मनोहर बाग में 69, अपर बाजार डाडों में 29, सुनील में 27, परसारी में 50, रविग्राम में 153 सहित कुल 561 भवनों में दरार आई है।

The post जोशीमठ में सबसे पहले ढहा भगवती का मंदिर, किसी बड़ी आपदा की आहट तो नहीं? first appeared on Khabar Uttarakhand News.





1 comments:

  1. SAMPLE OF THE WORTH OF THE PAHADI MADARCHODS !

    THEY ARE DRILLING FOR SHP !

    THE DRILLING AND EXPLOSIVES ARE SO PRIMITIVE THAT THE TOWN IS SINKING !

    GADWALI BABA TABAH !

    TEHRI DAM WILL ALSO BE BOMBED OR DESTROYED ! IT IS 100 YEAR OLD

    WIL UTTARAKAHND SURVIVE AS A GEOGRAPHICAL ENTITY,IF TEHRI DAM IS KILLED ?

    WHEREVER CHAIWALA STEPS - THAT LAND IS DOOMED !

    LIKE I SAID - IF U PLACE YOUR LIFE IN THE HANDS OF A PAHADI LIMPDICK OR A HINDOO MADARCHOD - U ARE DOOMED ! dindooohindoo

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