इस बार चारधाम यात्रा में आए तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रशासन अपनी कमर कसे हुए है। केदारनाथ यात्रा में घोड़ा- खच्चर, हॉकर व संचालकों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी फोन में ही मिल सकेगी। इसके लिए प्रशासन तैयारी में जुट गया है।

पहली बार यात्रा के दौरान गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर तीन स्थानों पर कियोस्क स्कैनर लगाए जाएंगे। इस सुविधा से जहां घोड़ा- खच्चरों के संचालन को बेहतर करने में मदद मिलेगी। वहीं शिकयतों का भी तुरंत निस्तारण किया जाएगा।

बीती चारधाम यात्रा से लिया प्रशासन ने सबक

बीते चारधाम यात्रा से प्रशासन ने ये सबक लिया गया है। घोड़ा- खच्चर को जहां केदारनाथ यात्रा की रीढ़ कहा जाता है। वही इससे पहले पूर्व में पैदल मार्ग पर घोड़ा खच्चर तीर्थयात्री के लिए परेशानी का कारण भी बना है। घोड़ा खच्चरों के संचालकों द्वारा श्रद्धालुओं से ज्यादा पैसे वसूलना और अभद्रता करना जैसा व्यव्हार आम था।

यही नहीं बीते वर्ष 351 घोड़ा-खच्चरों की मौत ने पूरी व्यवस्था को ही सवालों के घेरे में ला दिया था। ये शिकायत केंद्र तक जा पहुंची थी। जिसे देखते हुए इस बार प्रशसान ने घोड़ा-खच्चरों की व्यवस्था को अपने हाथों में लिया है।





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