पेपर लीक कांड में एसआइटी ने अब फरार चल रहे 50 हजार के इनामी पूर्व भाजपा नेता संजय धारीवाल के एक और रिश्तेदार को गिरफ्तार किया है। आरोपित रुद्रपुर ऊधमसिंहनगर में मिशन आइएएस कोचिंग एकेडमी चलता था।
राज्य लोक सेवा आयोग की बीते जनवरी माह में हुई पटवारी और साल 2022 के अप्रैल व मई माह में हुई जेई-एई भर्ती के पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसआइटी लगातार आरोपितों की धरपकड़ में लगी हुई है। पेपर लीक गैंग के साथ कोचिंग सेन्टर संचालकों के एक और गिरोह का शुक्रवार को खुलासा हुआ।
एसआइटी की छानबीन में पूर्व भाजपा नेता संजय धारीवाल के तार रुद्रपुर ऊधमसिंहनगर में मिशन आइएएस कोचिंग एकेडमी के नाम से कोचिंग सेंटर चलाने वाले उसके एक रिश्तेदार दीपेंद्र पंवार निवासी मुकंदपुर थाना गदरपुर ऊधमसिंहनगर से जुड़े सामने आए थे। एसआइटी ने उसे बुलाकर पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार कर लिया।
आरोपित को कोर्ट में पेशा कर भेजा जेल
एसआइटी का पर्यवेक्षण कर रहे एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दीपेंद्र पंवार फरार चल रहे संजय धारीवाल के कहने पर कुछ अभ्यर्थियों को तैयार किया और उनसे लाखों रुपये की धनराशी अपने परिचितों के खातों में मंगवा कर जेई भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र बेचा था। आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। छानबीन और पूछताछ में जो तथ्य सामने आए हैं।
पटवारी पेपर लीक करने में भी की मदद
एसआइटी प्रभारी रेखा यादव ने बताया कि आरोपित कोचिंग संचालक ने पटवारी परीक्षा का पेपर लीक करने में संजय धारीवाल की मदद की थी। सात जनवरी 2023 को उसने बिहारीगढ़ रिजोर्ट में पटवारी/लेखपाल भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र पढ़वाने में भी संजय व उसके साथियों की मदद की थी।
36 आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
लोक सेवा आयोग के दोनों परीक्षा के पेपर लीक कांड में अभी तक 36 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिनमें पटवारी प्रकरण में 17 और जेई व एई पेपर प्रकरण में 19 आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं।
संजय और डेविड पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित
संजय धारीवाल की कुर्की के लिए एसआइटी पिछले दिनों मुनादी की कार्रवाई करा चुकी है। एसपी क्राइम रेखा यादव ने बताया कि कुर्की के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है। अनुमति प्राप्त होते ही कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही संजय और डेविड की गिरफ्तारी पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित करते हुए तलाश की जा रही है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गैंग लीडर संजीव कुमार ने अपने गैंग के साथ मिलकर जेई-एई परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक किया था। सभी आरोपित जेल में हैं। केवल अवनीश उर्फ अश्वनी निवासी नारसन खुर्द मंगलौर जमानत पर बाहर है।
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