भारत के ‘मजबूत द्विपक्षीय संबंधो’ को और मजबूत करने के लिए 10 से 15 अप्रैल तक युगांडा और मोजाम्बिक की यात्रा पर विदेश मंत्री एस जयशंकर रहेंगे। सबसे पहले विदेश मंत्री 10 से 12 अप्रैल तक युगांडा का दौरा करेंगे। इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई है।
कई परियोजना के शिलान्यास में होंगे शामिल
यात्रा के दौरान उनके युगांडा के समकक्ष जनरल जेजे ओडोंगो के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करने और देश के नेतृत्व को बुलाने और अन्य मंत्रियों से मिलने की उम्मीद है। विदेश मंत्री एस जयशंकर युगांडा के जिंजा शहर में मौजूद राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) के पारगमन परिसर का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही एस जयशंकर युगांडा में सौर ऊर्जा से चलने वाली जलापूर्ति परियोजना के शिलान्यास समारोह में भी शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी की गई प्रेस रिलीज के मुताबिक, वह युगांडा के व्यापार और व्यवसाय समुदाय को भी संबोधित करेंगे और भारतीय डायस्पोरा के साथ बातचीत करेंगे।
भारत के विदेश मंत्री का पहला दौरा
विदेश मंत्री जयशंकर 13-15 अप्रैल तक मोजांबिक में रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘यह भारत के किसी विदेश मंत्री द्वारा मोजाम्बिक गणराज्य की पहली यात्रा होगी’ बता दें कि यात्रा के दौरान एस जयशंकर मोज़ाम्बिक के शीर्ष नेतृत्व से मिलेंगे और मोज़ाम्बिक के विदेश मंत्री वेरोनिका मैकामो के साथ संयुक्त आयोग की बैठक के 5वें सत्र की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस दौरान विदेश मंत्री के कई अन्य मंत्रियों और मोजाम्बिक की विधानसभा के प्रतिनिधियों से मिलने की उम्मीद है। साथ ही वे मोजाम्बिक में भारतीय प्रवासी के साथ भी बातचीत करेंगे।
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