पहाड़ों की रानी मसूरी में आइटीबीपी के पर्वतारोहण दल ने एक प्राचीन गुफा की खोज की है । जिसे अब जल्द ही पर्यटकों के लिए विकसित किया जाएगा । जिससे पर्यटक मसूरी की सुंदरता के साथ साथ गुफा पर्यटन के रोमांच का भी आनंद ले सकेंगे । पर्यटन विभाग जल्द इसका सर्वे और परीक्षण करने जा रहा है और शासन को प्रस्ताव भेज इसे विकसित करने को संसाधन जुटाएगा।

किंक्रेग की पहाड़ी पर है प्राचीन गुफा

किंक्रेग की पहाड़ी जो कि मसूरी से दो किलोमीटर पहले स्थित है वहां पर आइटीबीपी के पर्वतारोहण दल ने प्राचीन गुफा की खोज की गई है। 90 मीटर गहरी इस गुफा ने मसूरी में एक और पर्यटन की संभावना पैदा कर दी हैं। गुफा में जाने के लिए पहाड़ी पर ट्रेकिंग करनी पड़ती है और अंदर जाने पर धीरे-धीरे गुफा की ऊंचाई घटती जाती है। हालांकि, फिलहाल गुफा के मुहाने पर काफी मलबा है, लेकिन इसे साफ करने के साथ प्रकाश की उचित व्यवस्था की जा रही है। इसके बाद यह गुफा साहसिक पर्यटन के लिए तैयार हो जाएगी।

गुफा पर्यटन के लिए पहली बार मसूरी शामिल

उत्तराखंड में पिछले साल सरकार ने गुफा पर्यटन की संभावनाएं तलाशने की बात कही थी। वर्तमान में भी कई गुफाएं पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। ऐसे में मसूरी की किंक्रेग पहाड़ी में गुफा मिलने से मसूरी मे देश-विदेश के पर्यटकों को नया अनुभव मिलेगा । चारों ओर से पहाड़ियों से घिरे मसूरी ट्रेकिंग के भी कई स्थल पूर्व से विकसित हैं, लेकिन गुफा पर्यटन मसूरी के नाम के साथ पहली बार जुड़ने जा रहा है।

सुविधा विकसित करने के लिए भेजा सरकार को प्रस्ताव

गुफा को पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। गुफा का सर्वेक्षण और परीक्षण कराने को जल्द ही टीम भेजी जाएगी। इसके अलावा यहां सुविधाएं विकसित करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। ऐसे में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि यह गुफा प्रदेश के प्रमुख पर्यटक स्थलों में शामिल हो सकता है।





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