
पहाड़ों की रानी मसूरी में अब पानी की किल्लत नहीं होगी। पेयजल निगम ने ऐसा काम किया कि लोग खुशी से झूम उठे। मसूरी में यमुना से 1.2 किमी ऊंचाई पर स्थित राधा भवन के टैंक में पानी पहुंच गया। पानी के पहुंचने से अब मसूरी में आने वाले 30 सालों तक पानी की किल्लत नहीं होगी।
यमुना से 1.2 किमी ऊंचाई पर मसूरी में पहुंचा पानी
मसूरी में इंजीनियरों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार यमुना से 1.2 किमी ऊंचाई पर स्थित राधा भवन के टैंक में पानी पहुंच गया। ये पानी रात एक बजे राधा भवन के टैंक में पहुंचा। जिसके बाद लोगों में खुशी की लहर है। पानी पहुंचने के साथ ही अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
मई आखिर से लोगों को मिलने लगेगा पानी
इस परियोजना से सफलतापूर्वक पानी चढ़ने से मसूरी के लोगों को अब पानी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। मई महीने के आखिर तक इस परियोजना से लोगों को पानी मिलना शुरू हो जाएगा। इसके बाद लोगों को पानी के लिए तरसना नहीं पड़ेगा।
प्रदेश की सबसे लंबी पेयजल योजना से मसूरी पहुंचा पानी
मसूरी तक प्रदेश की सबसे लंबी पेयजल योजना से पानी पहुंचाया गया। इस परियोजना की कुल लागत 144 करोड़ थी। स योजना के तहत 18 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइनों से 1.2 किमी ऊंचाई तक पानी पहुंचाया जाएगा।
उत्तराखंड की सबसे लंबी पेयजल योजना से यमुना से मसूरी पानी पहुंचाने की प्रक्रिया के पहले चरण में यमुना पर बने कुएं से मुख्य पंपिंग स्टेशन तक पहले पानी पहुंचाया गया। जिसके बाद आगे के दो पंपिंग स्टेशन तक पानी भेजने का ट्रायल सफल रहा। सबसे आखिर में मसूरी के राधा भवन तक पानी पहुंच गया।
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