
सिक्खों के पवित्रधाम हेमकुंड साहिब के कपाट जो बोले सो निहाल के जयकारों के साथ खोल दिए गए हैं। आज शनिवार को विधि-विधान के साथ हेमकुंड साहिब के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं।
भक्तों के लिए खुले हेमकुंड साहिब के कपाट
उत्तराखंड के पांचवे धाम और सिक्खों के पवित्रधाम हेमकुंड साहिब के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। गोविंदघाट गुरुद्वारे से शुक्रवार को पंच प्यारों की अगुवाई में पवित्र निशान के साथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हुआ था।
हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह
धाम में पहुंचा 1800 श्रद्धालुओं का पहला जत्था शनिवार सुबह कपाट खोलने के पावन अवसर के साक्षी बना। श्रद्धालुओं में हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर भारी उत्साह बना हुआ है। आज सुबह दस बजे हेमकुंड साहिब के कपाट खोल दिए गए।
धाम में नहीं जा पाएंगे बच्चे और बुजुर्ग
हेमकुंड साहिब फिलहाल में बच्चे और बुजुर्ग नहीं जा पाएंगे। हेमकुंड साहिब 4,632 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर बर्फीली झील के किनारे सात पहाड़ों के बीच में धाम स्थित है। जहां अचानक मौसम बदल जाता है।पिछले सालों के मुकाबले इस बार बहुत ज्यादा बर्फबारी हुई है।
रास्तों पर 10 फीट बर्फ जमी हुई है। लगातार बर्फ को काटकर रास्ता बनाया जा रहा है। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों के लिए यात्रा खतरनाक हो सकती है। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने फैसला लिया है कि फिलहाल बच्चों और बुजुर्गों के साथ ही बीमार लोगों को इस यात्रा से दूर रखा जाएगा।
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