उत्तरकाशी के सिलक्यारा में 41 मजदूरों को फंसे हुए आठ दिन बीत गए हैं। नौवें दिन भी रेस्क्यू का काम जारी है। जहां एक तरफ सुरंग में वर्टिकल ड्रिलिंग की जा रही है तो वहीं अब रेस्क्यू के लिए रोबोट की मदद ली जाएगी।

41 जिंदगियां बचाने सुरंग में भेजा जाएगा रोबोट

आठ दिन बीत जाने के बाद भी सिलक्यारा सुरंग हादसे में फंसे 41 मजदूरों का रेस्क्यू अब तक नहीं हो पाया है। मिली जानकारी के मुताबिक ये रोबोट सुरंग के अंदर आए मलबे के ऊपर बची हुई थोड़ी सी जगह से दूसरी तरफ जाएगा। बताया जा रहा है कि इस रोबोट के जरिए दूसरी तरफ पाइप डालने समेत और अन्य संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी।

मजदूरों का हौसला दे रहा जवाब

आठ दिन बीत जाने के साथ ही अब मजदूरों का सब्र भी जवाब देने लगा है। मजदूर उन्हें बार-बार उन्हें सुरंग से बाहर निकालने के लिए कह रहे हैं। मुजफ्फरपुर बिहार का रहने वाला दीपक कुमार भी सिलक्यारा सुरंग में फंसे हुए हैं। ये वही मजदूर है जिसके सुरंग में फंसे होने की खबर सात दिन बाद शनिवार को पता चली थी। शनिवार को दीपक के चाचा सिलक्यारा पहुंचे तो उनकी बात पाइपलाइन से उनके भतीजे से कराई गई। तब दीपक ने कहा कि उसका पेट नहीं भर रहा, उसे जल्दी बाहर निकालो।

रेस्क्यू में लग सकता है 30 से 40 घंटे का समय

आपदा प्रबंधन सचिव डाॅ.सिन्हा के मुताबिक सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ सही रहता है और ऑगर मशीन से ड्रिलिंग करने में कोई बाधा नहीं आती है तो 30 से 40 घंटे में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है।





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